भीमताल कुमाऊं को जोड़ने वाले राजमार्ग पर पर्यटन नगरी भीमताल का इकलौता बाई-पास पिछले कई वर्षों से लोक निर्माण विभाग से सड़क के सुधारीकरण एवं नहर कवरीकरण कर बाई-पास चौड़ीकरण की मांग कर रहा है आज भीमताल बाई-पास की स्थिति यह है कि कई जगह सड़क टूट चुकी है, मार्ग पर बड़े-बड़े गड्डे हो चुके हैं,आधे से ज्यादा भीमताल बाई-पास मार्ग थोड़ी सी बरसात में कीचड़ व हल्की सी धूप में धूल से सना रहता है। और इससे भीमताल बाई-पास के किनारे रहने वालों घरों को आये दिन इस बड़ी दुखदायी समस्या से जूझना पड़ता है।बाई-पास क्षेत्र के लोगों का कहना है कि हल्की सी बारिस में जल भराव, कीचड़ एवं थोड़ी सी धूप में धूल से जीना दुभर हो गया है।
लोगों की परेशानी को देखते हुए नगर के सामाजिक कार्यकर्ता पूरन चंद्र बृजवासी ने पूर्व में कई बार शासन-प्रशासन के आला अधिकारियों के सामने भीमताल बाई पास के निर्माण की मांग रखी थी लेकिन अब तक भीमताल बाई-पास के लिए शासन स्तर से कोई कार्यवाही नहीं हुई जिस कारण कुमाऊं को जाने वाली हजारों गाड़ियों एवं भीमताल बाई-पास वासियों को आये दिन दिक्कतें बनी रहती है।बृजवासी ने बताया कि पूर्व में सड़क की हालात एवं भीमताल वासियों की मांग को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने भीमताल बाई पास निर्माण के लिए 4 करोड़ 32 लाख का स्टीमेट उत्तराखंड शासन को भेजा था लेकिन अभी तक धरातल पर निर्माण के लिए शासन स्तर से कोई भी कार्यवाही नहीं हो पायी, साथ ही उन्होंने बताया पिछले साल आई आपदा के कारण ये मार्ग और खतरा भरा हो गया है ,जिससे भीमताल बाई-पास वासियों एवं कुमाऊं को जाने वाली गाड़ियों के लिए ये धूल, कीचड़, गड्डे की समस्या खतरा भरे दलदल से कम नहीं, सामाजिक कार्यकर्ता पूरन बृजवासी ने पुनः उत्तराखंड शासन-प्रशासन एवं केंद्र से भीमताल बाई-पास के सुधारीकरण कर तत्काल निर्माण करने कि माँग की है l
कुमाऊं राज मार्ग भीमताल बाई-पास धूल से सना चौड़ीकरण न होने से यातायात व आम जनता परेशान
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