धर्म-संस्कृति

कनाडा से बाबा नीम करौली के दर्शन करने पहूंची ग्रैनोफ़्स्की भी रंगी होली के रंगों में

नैनीताल। बीते तीन वर्षों में दूसरी बार दो दिन होली पर्व मनाया गया, जहां तराई क्षेत्र में सोमवार को होली पर्व मनाया गया तो वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में मंगलवार को धूमधाम से होली पर्व मनाया गया।आगे पढ़ें

मंगलवार को सरोवर नगरी नैनीताल में भी होली पर्व धूमधाम से मनाया गया वीकेंड के चलते काफी संख्या में सैलानी भी नैनीताल पहुंचे हुए थे,और स्थानीय लोगों के साथ साथ सैलानियों ने भी तल्लीताल मॉल रोड व मल्लीताल पंत पार्क में एक दूसरे को रंग लगाकर प्रेम सौहार्द और भाईचारे का पर्व होली का जश्न मनाया। तथा मल्लीताल बाजार में शारदा संघ के होलियारों द्वारा होली जलूस निकाल गया।हालांकि बीते वर्षों की भांति इस वर्ष लोगो में होली को लेकर कम ही उत्साह देखने को मिला।आगे पढ़ें…..

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ग्रैनोफ़्स्की कनाडा। मैं कैंची धाम बाबा नीम करौली बाबा के दर्शन करने पंहुची थी लेकिन मुझे नही पता था कि यहां होली खेलने का शोभाग्य मिलेगा, ये मेरे जीवन का सबसे अच्छा अनुभव है।यहां के लोग बहुत अच्छे है।मैने इससे पहले कभी होली नही खेली थी,लेकिन बाबा के आशीर्वाद से मेरे जीवन में मुझे ये मौका मिला जिससे में काफी प्रभावित हुई हूं।और कोशिश करूंगी अगले साल भी मुझे यह मौका मिले।बाबा नीम करौली महाराज के बारे में काफी सुना था आज उनके दर्शन करने के बाद सही मायनो में अलग ही अनुभूति का अहसास हो रहा है। 70 के दशक में मेरे पिताजी यहां आए थे और तब से लगातार 30 सालों तक उनके यहां आना-जाना लगा रहा। नीम करौली बाबा मेरे परिवार में एक रहस्यमई उपस्तिथि है और कठिन समय में मैं और मेरा परिवार प्रार्थना के रूप में उनका नाम लेते हैं।

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