नैनीताल। ब्रिटिशकाल से डीएसए मैदान में जिमखाना क्लब व बाद में जिला क्रीड़ा संघ की ओर से आयोजित होने वाली खेल गतिविधियां अब खेल विभाग विभाग के संरक्षण में आयोजित होंगी। पालिका व डीएम की ओर से बीते वर्ष खेल मैदान खेल विभाग को दिये जाने का प्रस्ताव शासन भेजा था। जिसे शासन ने सशर्त स्वीकृति दे दी है।प्रस्ताव के तहत खेल मैदान तीस वर्ष के लिए खेल मैदान को लीज पर दे दिया गया है।ईओ दीपक गोस्वामी ने बताया कि खेल मैदान का संचालन अब तीस वर्षों के लिए खेल विभाग को दे दिया गया है।और खेलो से होने वाली आय का 50 प्रतिशत खेल विभाग नगर पालिका को देगा।जबकि भवन का फैसला जिलाधिकारी करेंगी जबकि पार्किंग से होने वाली आय पर पूरा अधिकार पालिका का होगा।आगे पढ़ें डीएस मैदान की कहानी…..

बता दे कि ब्रिटिशकाल से ही डीएसए मैदान खेल गतविधियों का केंद्र रहा है। जहां कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन जिला क्रीड़ा संघ की ओर से कराया जा चुका है। नगर पालिका की ओर से 1934 में डीएसए पवेलियन भवन पूर्व में जिमखाना क्लब व वर्तमान जिला क्रीड़ा संघ को 30 वर्ष की लीज पर दिया गया था। बीते वर्ष डीएसए में अनियमितताओं को लेकर आरोप लगे तो डीएम ने जांच बिठा दी थी। कमेटी ने जांच रिपोर्ट में वित्तीय समेत तमाम अनियमितताओं को उजागर किया था।साथ ही सामने आया था कि 1963 में लीज भी समाप्त हो चुकी है। नगर पालिका की ओर से खेल संस्था पदाधिकारियों के साथ की गई बैठक में खेल मैदान का संचालन खेल विभाग की ओर से किये जाने का मुद्दा जोरशोर से उठा था। खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाए देने, खेल मैदान का बेहतर रख रखाव करने, प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने समेत तमाम बिंदुओं को ध्यान में रखकर पालिका ने डीएम के माध्यम से मैदान खेल विभाग को देने का प्रस्ताव बनाकर शासन भेजा था।
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