ओखलकांडा ब्लॉक नयाल गांव के पर्यावरण प्रेमी चंदन नयाल अपने युवा साथियों के साथ बीते कई वर्षों से अपने गांव नाई ,तोक- चामा के जंगलों में चाल खाल बनाने का कार्य कर रहे हैं।
आज चंदन नयाल ने बताया कि पांच वर्ष पूर्व लगाए गए देवदार के पौधे आज 6 ,7 फिट की ऊंचाई के हो चुके हैं,यही हमारा सम्मान है यही हमारी मेहनत है और यही हमारी सोच है प्रकृति कभी भी हमें निराश नहीं होने देती, हमारी हर जरूरत को प्रकृति ही पूरी करती है,यह हम मनुष्य जगत को बारम्बार सोचना चाहिए।
पर्यावरण प्रेमी चंदन नयाल का कहना है जिस प्रकार से धीरे धीरे प्राकृतिक जल स्रोत सूख रहे हैं अगर ऐसा ही रहा तो जल्द ही पहाड़ों में पानी के भयंकर संकट आने से कोई नहीं रोक सकता साथ है।
नयाल ने बताया कि पहाड़ों में चौड़ी पत्ती के जंगलों को बचाना अति आवश्यक है क्योंकि चौड़ी पत्ती के जंगल ही जल स्रोतों का निर्माण करते हैं, बांज ,बुरांश, खरसू, रयाज ,फल्याण ,अयार, काफल, तुषार, उतीश ,पांगर , अखरोट ,तिलोज, बेडू ,तिमिल ,भीमल आदि चौड़ी पत्ती वाले पेड़ों को बचाने की आवश्यकता है।