स्वास्थ्य बजट घटाकर 2.2 % से 1.98 % करना हानिकारक यशपाल आर्य
बढती बेरोजगारी किसानों की दुर्दशा गगनचुंबी मंहगाई, और छोटे मझोले उद्योगों के अस्तित्व पर संकट
इन सबके लिए बजट में कुछ भी नहीं यशपाल आर्य
कृषि, पब्लिक हेल्थ, शिक्षा, मनरेगा, फ़ूड सिक्यूरिटी व सामाजिक सरोकारों, जन कल्याण के बजट आवंटन पिछले वर्ष की तुलना में कम किए गए!
जो किसान-मजदूर, गरीबों, पिछड़ों, दलितों आदिवासियों के लिए खतरे की घंटी! मध्यम वर्ग को शहद में लिपटी कडवी गोलियों के अतिरिक्त कुछ नहीं आयकर सुधार उस नयी व्यवस्था में जिसमें छूट देने के प्रावधान नहीं
अमृत काल में उद्योगपतियों को ओर रियायतें लेकिन असंगठित क्षेत्र की उपेक्षा जारी