कुमाऊँ

मई मे राहत के बाद जून मे जलने लगे जंगल,बेलुवाखान के बाद आलूखेत के जंगल में धधकी आग

नैनीताल। मई माह मे मौसम के मेहरबान रहने से वनाग्नि की घटनाओं मे विराम लग गया था। अब जून मे तापमान बढ़ने के साथ ही नैनीताल से सटे क्षेत्रो के जंगलों मे वनाग्नि की घटनाएं फिर सामने आने लगी हैं। गुरुवार शाम  बेलुवाखान मे मनोरा रेंज के जंगल मे  लगी आग से देर रात तक जंगल धधकते रहे वहीं शनिवार सुबह आलूखेत के जंगल भी सुबह से धधकते रहे।  दोपहर तक आग को नियंत्रित कर लिया गया। मालूम हो कि मई माह मे हफ्ते-दर-हफ्ते हुई बारिश के चलते वनाग्नि की घटनाएं थम गई थी, वही जंगलों मे नमी भी लौट आयी थी। मगर जून पहले पखवाड़े से ही  तापमान बढ़ने के साथ ही जंगलो मे जमी शुष्क होने के साथ वनाग्नि की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। ग्रामीण क्षेत्रो मे  अराजक तत्वो द्वारा जंगलो मे लगाई जाने वाली वाली आग से हर साल कई हेक्टेयर जंगल खाक होने के साथ ही अमूल्य वन संपदा का भी वनाग्नि की भेंट चढ़ जाती है। वही दुर्लभ वन्य जीवों के अस्तित्व मे खतरा मंडराने लगता है। शनिवार को आसपास के अन्य क्षेत्रों मे भी वनाग्नि की घटनाओं के चलते आसमान मे ढूंढ नजर आयी।आगे पढ़ें

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रेंजर मुकुल शर्मा ने कहा कि बीते रोज आग पर काबू पा लिया गया था, शायद हो सकता है दोबारा से आग लग गई हो इस पर तुरंत टीम को भेजकर आग पर काबू पा लिया जाएगा।

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