अल्ट्रासाउंड मशीन नहीं होने के चलते महिलाओं को जाना पड़ता है हल्द्वानी…..
भीमताल। नगर व आस-पास के दो दर्जन से अधिक गांवो के ग्रामीणों पर इकलौता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीते दो दशक से लोग अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की मांग कर रहे हैं। लेकिन उसके वावजूद हालत जस के तस है।जिसके चलते छोटे-छोटे केसों को भी हल्द्वानी रेफर करना पड़ता है। आगे पड़े
अल्ट्रासाउंड सुविधा नहीं होने से 20 हजार नगर की आवादी के साथ-साथ आस-पास के दो दर्जन अधिक गांवो कि गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए हल्द्वानी जाना पड़ता है।आगे पड़े
पीएम मोदी द्वारा लोगों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए अस्पतालों में जन औषधि केंद्र खोले जाने के निर्देश दिए गए हैं उसके बावजूद भीमताल का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इस सुविधा से आज भी अछूता है, जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बाहर मेडिकल स्टोर से महंगी दवाइयां खरीदने पर मजबूर होना पड़ता है। जब नगर की स्वास्थ्य व्यवस्था ऐसी है तू अंदाजा लगाया जा सकता है कि भीमताल विधानसभा के धारी,ओखलकांडा रामगढ़ ब्लॉकों के गांव में स्वास्थ्य सुविधा कैसी होगी।आगेआगे पड़े
बता दें कि ओखलकांडा ब्लॉक के ग्राम डालकन्या निवासी ललित बुगियाल की पत्नी गर्भवती थी, जिसका ईलाज के आभाव में बीती 29 नवंबर को वहां पर मौजूद पीएचसी में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा दोनों की ही मौत हो गई थी।आगे पड़े
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सामाजिक कार्यकर्ता पूरन चंद्र बृजवासी…..कई बार शासन-प्रशासन व प्रतिनिधियों से भीमताल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की दशा सुधारनें कि मांग की जा चुकी है, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को स्वीकृत चिकित्सकों,नर्सों अन्य स्टाप से परिपूर्ण, हॉस्पिटल में जेनेरिक औषधि केन्द्र खोलने, पैथोलॉजी लैब निर्माण, आधुनिक एल्ट्रासाउंड, डॉग बाइट, इकजेशन,छोटी-बड़ी एम्बुलेंसो की उचित व्यवस्था आदि स्वास्थ्य सेवाओं से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को परिपूर्ण बनाने की कई बार मांग की जा चुकी है। लेकिन उसके वावजूद इस दिशा में कोई ठोस कदम नही उठाया जा रहा है।शासन-प्रशासन के बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के बड़े-बड़े दावे धरातल पर खोखले साबित हो रहे हैं।