अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के उत्तराखंड शाखा प्रभारी विशाल बिरला के नेतृत्व में नगर पालिका से नैनीताल बैंक मुख्यालय तक बैंक प्रबंधन के खिलाफ रैली निकाली गई इस दौरान देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ द्वारा भी अपना समर्थन दिया गया। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष राहत मसीह, प्रदेश संयुक्त सचिव जितेंद्र देवान्तक, नैनीताल शाखा अध्यक्ष धर्मेश प्रसाद,महासचिव सोनू सहदेव,काशीपुर शाखाध्यक्ष सुमित सौदा,महासचिव राजीव कुमार,वरिष्ठ उपाध्यक्ष बादल खत्री, हल्द्वानी से रामू भारती, अशोक चौधरी, रवि चिंडालिया, राजेन्द्र राजा, जयप्रकाश, मुकेश गुड्डू,एससी एसटी शिक्षक एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हरिओम सिंह, महेंद्र लाल,संजय भगत,मंगू लाल,अमित साजन,अमित सहदेब,राहुल पुजारी कमल, रवि,राहुल,अरविन्द,भारती,मनोज चौहान, अनिल कटियार आदि मौजूद रहे।
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के उत्तराखंड शाखा प्रभारी विशाल बिरला ने कहा कि नैनीताल बैंक में वर्षो से कार्यरत दैनिक सफाई मजदूर, पार्ट टाइम सफाई कर्मचारी निरंतर अपनी सेवाएँ निष्ठा पूर्वक दे रहे हैं। वही नैनीताल बेंक के मेनेजमेंट ने मिलीभगत कर मात्र तीन माह तक सेवाएँ देने वाले डेली वेजर को चपरासी कम सफाई कर्मचारी पद पर नियम विरुद्ध नियुक्त कर दिया गया है जिसके कारण तीस वर्षो से पार्ट टाइम में कार्यरत सफाई कर्मियों के फुल टाइम होने अथवा स्थाई होने के रस्ते बंद हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि सफाई कर्मियों को पूरा शक है की नैनीताल बैंक,मेनेजमेंट व बैंक की असोसिएसन द्वारा प्रतिदिन वाउचर पर नकद भुगतान पाने वाले तीन माह से कम अवधि में कार्य करने वाले कर्मियों को अनैतिक लालच में स्थाई किया गया है इस किये गए विश्वाश्घात के कारण सफाई कर्मियों में रोष है।बैंक एशोसिएशन के धोखा देने पर नैनीताल बैंक के सफाई कर्मियों ने अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ से सहायता मांगी हैं। जिसको लेकर कई बार बैंक प्रवंधन से वार्ता की जा चुकी है जिसपर प्रवंधन द्वारा
सभी पार्ट टाइम (1/3, 1/2 , ¾ ) सफाई कर्मचारियों को जिन्हें कम से कम तीन वर्ष हो गए है | उनका एलिवैसन करते हुए फुल टाइम कैडर किया जायेगा। डेली वेजेस व अन्य सफाई कर्मी जिन्हें तीन वर्ष से कम हुए है, उनका ¾ या ½ टाइम में उन्नयन (एलिवैसन) कराएँगे। तीन वर्ष से कम अनुभव अवधि के सफाई कर्मियों (डेली वेजेस/ टेम्परेरी सफाई कर्मी/ पार्ट टाइम सफाई कर्मी / अन्य सफाई कर्मी) हेतु ऐलीवेसन पालिसी बनायेंगे। जिससे सफाई कर्मी तीन वर्ष की कार्य अवधि अनुभव के आधार पर फुल टाइम हो जाये। पढ़े लिखे सफाई कर्मियों को सीधे चपरासी पदों पर चपरासियों के पदों की कुल पोस्ट के 25 फीसदी पदों पर नियमतिकरण कराने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन प्रवंधन द्वारा उनको धोखा दिया है।