बेतालघाट। बेतालघाट विकास समिति तथा धुरी फॉउंडेशन की तरफ से कराया जा रहे तीन दिवसीय बेतालघाट महोत्सव का रविवार को रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हुआ जिसमे मुख्य अथिति के रूप में विधायक अरविन्द पाण्डेय व बलराज पासी द्वारा विधिविधान के साथ महोत्सव का समापन किया गया। वही क्षेत्रीय महिलाओं द्वारा कुमाऊनी वेशभूषा पहनकर तथा शंख नाद के साथ अथितियों का स्वागत किया गया। जिसमे सभी अथितियों द्वारा नकुवा बुबु की पूजा अर्चना कर दीप जलाया गया।आगे पढ़ें…..
बेतालघाट मिनी स्टेडियम में मेले के समापन से पूर्व लोक कलाकारों द्वारा बेतालघाट के आराध्य नकुवा बुबु की स्तुति की गई, जिसके बाद क्षेत्रिय कलाकारो द्वारा सुन्दर प्रस्तुति दी गयी। वही रात को उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक इंदर आर्य द्वारा जरा माठु माठु हिट, छबार गिराली मेरी सुमना , तथा तेरी नाथुला की डोर खुली जाली जरा माठु माठु नाच रे, गानों में लोगो ने जम कर ठुमके लागये।आगे पढ़ें…..
वही कार्यक्रम के दौरान अरविन्द पाण्डेय ने कहा कि बेतालघाट जैसे दुरुस्त जगह पर इतने बड़े मेले का आगोजन होना एक बड़ी चुनौती भरा रहा जिसको लोगो द्वारा बखूबी से किया गया। वही उन्होंने बेतालघाट के नकुवा बुबु अमेल माता को पर्यटन से जोड़ने का अस्वासन दिया गया। उन्होंने कहा कि जल्द ही सरकार से बेतालघाट ब्लॉक को सुन्दर पर्यटक स्थल के रूप में विकशित करने की मांग की जाएगी।आगे पढ़ें…..
वही मेला संयोजक सुरेन्द्र हाल्सी ने कहा कि पहले सभी गांव में छोटे छोटे स्टर के मेले हुवा करते थे, जिससे लोगो को संस्कृति के बारे में पता चलता था लेकिन आज के समय मे मेला महोत्सव केवल कागजो तक सीमित रह चुके है, उनका कहना है कि मेले महोत्सव करवाने का मुख्य कारण लोगो को अपनी संस्कृति से रूबरू करवाना है जिससे आगे की पीढ़ी अपनी संस्कृति को ना भूले।इस दौरान कार्यक्रम में संयोजक सुरेंद्र हल्सी, अध्यक्ष रमेश तिवारी, प्रताप बोहरा, नंद किशोर आर्य, तारा भंडारी, आर पी पांडे, भुवन जोशी, मनोज नयाल, मोहित पन्त, चम्पा जलाल, शेखर दानी, अतुल भण्डारी आआदि मौजूद रहे।