नैनीताल। शुक्रवार को वट सावित्री के मौके पर नगर के विभिन्न मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रही। मां नैना देवी मंदिर में सुबह से भक्त जनों की भीड़ जुटी हुई थी इस दौरान महिलाओं ने मंदिर में पूजा अर्चना की मंदिर में जगह जगह पर महिलाओं द्वारा बट पौधे की पूजा अर्चना की जा रही थी यहां पहुंचे सैलानियों ने भी नैना देवी मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की इसके अलावा बाजार में खरीदारी के लिए भी लोगों की काफी भीड़ जुटी हुई थी l
ज्योतिषाचार्य डॉ मंजू जोशी ने बताया कि वट सावित्री का उपवास जेष्ठ मास की अमावस्या तिथि को किया जाता है। वट सावित्री पर विवाहित स्त्रियां वट वृक्ष की पूजा करती है। धार्मिक मान्यतानुसार वटवृक्ष की छांव में देवी सावित्री ने अपने पति को पुनः जीवित किया था इसी दिन से वट वृक्ष की पूजा का विधान है। वट वृक्ष को भगवान शिव का प्रतीक माना गया है। बरगद के वृक्ष के तने में भगवान विष्णु, जड़ में ब्रह्मा और शाखाओं में भगवान शिव का वास है इस वृक्ष में कई सारी शाखाएं नीचे की ओर रहती है इन्हें देवी सावित्री का रूप माना जाता है। इसलिए धार्मिक मान्यतानुसार इस वृक्ष की पूजा करने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।संतान प्राप्ति हेतु वट वृक्ष की पूजा करना लाभकारी माना गया है। इस दिन अपने पति की दीर्घायु की कामना एवं सुखद वैवाहिक जीवन की कामना हेतु सभी विवाहित स्त्रियां वट सावित्री का उपवास रखती रखती हैं।