चुनाव

सरिता आर्य के भाजपा में आने से टिकट की आस लगाए बैठे दिनेश आर्य व मोहन पाल के अरमानों पर फिरा पानी

नैनीताल। उत्तराखंड की राजनीति में उठापटक का दौर चरम सीमा पर पहुंच चुका है टिकट पाने के लिए राजनेताओं द्वारा दल बदल किए जा रहे हैं वही नैनीताल विधानसभा सीट पर भी तीन नेताओं द्वारा दलबदल किए जा चुके हैं, कुछ माह पूर्व भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए नैनीताल के निवर्तमान विधायक संजीव आर्य और कुछ समय पहले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए हेम आर्य के बाद अब पूर्व विधायक व महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य ने भी कांग्रेस का दामन छोड भाजपा में शामिल हो चुकी हैं।

कांग्रेस ने बनाया पालिकाध्यक्ष व विधायक अंत में टिकट नहीं मिलते देख कांग्रेस को ही कह दिया अलविदा

कांग्रेस के बैनर तले 2007 में पालिका अध्यक्ष बनी फिर 2012 में विधायक बनी और फिर महिला कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर रही सरिता आर्य ने आखिरकार कांग्रेस को अलविदा कह कर भाजपा का दामन थाम लिया है।
वही सरिता आर्य के भाजपा में शामिल होने के बाद टिकट की प्रबल दावेदार माने जा रहे मुख्यमंत्री के जनसंपर्क अधिकारी दिनेश आर्य व मोहन पाल के टिकट पर खतरा मंडराने लगा है। ऐसे में अगर सरिता आर्य को टिकट मिलता है तो उनको पार्टी के अंदर की गुटबाजी का सामना भी करना पड़ सकता है, बता दे कि पूर्व में भी महिला भाजपा मोर्चा सरिता आर्य को टिकट देने का विरोध कर चुकी है।

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