अल्मोड़ा में एसएसबी प्रशिक्षित स्वयंसेवकों (गुरिल्लों) के आंदोलन को गुरुवार को 46 सौ दिन पूरे हो गए है। इस दौरान पुराने कलक्ट्रेट परिसर में धरने के बाद गुरिल्लों ने केंद्र व राज्य सरकार को एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन भेज मांगों पर शीघ्र कार्यवाही की मांग की और नियुक्ति, पेंशन व अन्य सुविधाओं के लिए आरपार के संघर्ष का निर्णय लिया गया. कहा कि किसी भी दशा में हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
केन्द्र सरकार को भेजे ज्ञापन में गुरिल्लों ने कहा कि सीमा की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए प्रशिक्षित गुरिल्लों का उपयोग जाए. साथ ही राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा भेजे गये पत्रों पर शीघ्र कार्यवाही के साथ गुरिल्लों के संबंध में विगत वर्षों में जारी शासनादेशों, शासन द्वारा लिए गये निर्णयों पर तुरंत प्रभावी कार्यवाही की मांग की।
गुरिल्लों ने कहा कि इतना लंबा आन्दोलन तथा सरकार द्वारा अपने ही निर्णयों का क्रियान्वयन विभिन्न विभागों से न करा पाना जहां सरकार की क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगाता है वही, अधिकारियों के जनहित के मामलों में उपेक्षित रवैये को भी परिलक्षित करता है. कोरोना काल के चलते आन्दोलन तेज करने में भले ही कठिनाई आ रही हो उनका आन्दोलन जारी है और जारी रहेगा. आज हुई बैठक में निर्णय लिया गया सभी जनपदों में शीघ्र धरने प्रदर्शन आयोजित किए जायेंगे तथा देहरादून व दिल्ली में भी प्रदर्शन किये जायेंगे.
धरना कार्यक्रम में संगठन के गुरिल्ला केन्द्रीय अध्यक्ष ब्रह्मानन्द डालाकोटी, जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला, अर्जुन सिंह नैनवाल, बसंत लाल, प्रेम बल्लभ कांडपाल, बिशन सिंह, दिवान सिंह, गोपाल सिंह राणा, विजय जोशी, राम सिंह, रजत बगडवाल, पंकज सिंह आनन्दी महरा, ममता मेहता, रेखा बगडवाल, शान्ति नेगी, रेखा आर्या, दीपा शाह, कविता शाह, चंपा जीना आदि मौजूद रहे।