ओखलकांडा ब्लॉक के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कुम्लटा में गुरुजी लोगो का स्कूल में देर से पहुँचने का मामला अभी शांत भी नही हुवा था कि बीते रोज ही भीमताल विधानसभा के विधायक राम सिंह कैड़ा के पैतृक गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कैड़ागांव में गुरुजी द्वारा स्कूल के बच्चो से जंगल में लकड़ी कटवाने का मामला सामने आया है, हालांकि मामले की सूचना मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रभारी प्रधानाचार्य को दूसरे स्कूल में अटैच कर दिया गया है।
यही वजह है कि परिजन सरकारी स्कूलों में भेजकर अपने बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ नही करना चाहते है। सरकार भले ही कितने दावे कर ले लेकिन इन दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रो के बच्चो का भविष्य अक्सर अधर में लटका रहता है, क्योंक इन बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा इतनी कमजोर होती है, कि आगे चलकर इनमें से काफी कम ही बच्चे कामयाब हो पाते हैं।
बता दे कि नैनीताल व हल्द्वानी से ओखलकांडा क्या जैंती अल्मोड़ा तक के शिक्षक हर रोज अप-डाउन करते है ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन दूरस्थ स्कूलों में शिक्षा का क्या स्तर होगा और इन मासूमो का भविष्य क्या होगा।
और अगर इन्ही शिक्षकों एसीपी का लाभ नहीं मिला, या फिर पदोन्नति में देरी शिक्षक संघ हड़ताल की चेतावनी देता है। शिक्षण की कोई जवाबदेही नहीं तो यह हाल हर जगह है। ऐसे हालातो में नुकसान केवल ग्रामीण क्षेत्रो के गरीब तबके के लोगो व उनके बच्चो का हो रहा है जो कि अपने अपने बच्चो को निजी स्कूलों में दाखिला नही दिला सकते है।