नैनीताल। राज्य बनने के 21 सालों बाद आज भी उत्तराखंड में कई गांव भी विकास से कोसो दूर हैं। वही नैनीताल जनपद भीमताल विधानसभा के कई गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं पानी, बिजली, सड़क व स्वास्थ्य से वंचित है।
भीमताल विधानसभा के दिगौली गांव मैं भी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने के चलते कई लोग पलायन कर चुके हैं और अब गांव में मात्र 7 परिवार निवास करते हैं लेकिन वे भी आए दिन जिंदगी से जंग लड़ते रहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बीते 15 वर्षों से किसी भी जनप्रतिनिधि द्वारा उनकी समस्याओं को सुनना तो दूर गांव आने तक की भी हिमाकत नहीं की है।
ग्रामीणों ने बताया कि जनप्रतिनिधि केवल चुनाव के समय ही गांव में दिखाई देते हैं उसके बाद 5 सालों के लिए हर कोई जनप्रतिनिधि गायब हो जाता है।
बता दे कि यह गांव जिले का सीमापवर्ती गांव है जिसकी सीमाएं चंपावत जिले से भी मिलती हैं यहां के लोगों की चंपावत जिले में भी जमीनें हैं। दिगौली के लोग कई वर्षों से मांग कर रहे हैं की ढोलीगांव से कुलोन को जाने वाली सड़क से एक लिंक रोड दिगौली होते हुए सेरा बिगराकोट गांव चंपावत जिले का गांव से जोड़ दिया जाए जिसकी दूरी बमुश्किल चार किलोमीटर होगी । इससे यह गांव सड़क मार्ग से तो जुड़ ही जायेगा साथ ही साथ पाटी तहसील तक भी दिगौली के अलावा कफरौली, बगौर,तल्ला कांडा,मल्ला कांडा कुलोंन आदि कई लोगों की पहुंच आसान हो जाएगी।इससे लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के अलावा अपनी कृषि उपजों,सब्जियों के लिए बाजार भी मिल सकेगा।इस मार्ग के बन जाने से पाटी की इस क्षेत्र से दूरी लगभग 15 किलोमीटर काम हो जायेगी।