कुमाऊँ

72 घंटो से प्यासा आधा नैनीताल,प्राकृतिक जल स्रोतों का महत्व अब आया समझ,72 घंटो से चुनाधारा बुझा रहा है हजारो लोगो की प्यास,रविवार सुबह होगी पानी की आपूर्ति सुचारू

नैनीताल। गुरुवार को नगर के डीएसए मैदान में जेसीबी द्वारा पेयजय लाइन क्षतिग्रस्त हो गयी थी जिसके बाद से आधे नैनीताल में पीने के पानी की आपूर्ति ठप पड़ी हुई है।जिसके चलते लोगो को प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी लाने पर मजबूर होना पड़ रहा है।वही पानी नही होने से अधिकांश होटल खाली पड़े है।जिससे नगर वासियों को फजीहत उठानी पड़ रही है।हालांकि डीएम ने मामले को संज्ञान में लेते हुए विभाग को जल्द से जल्द पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए है।आगे पढ़ें….

शनिवार को भी सात नंबर, मल्होत्रा कंपाउंड, रामपुरा,चार्टनलॉज,स्टोनले,बिरला सहित दर्जनों क्षेत्रो के करीब 10 हजार से अधिक लोगों को पीने के पानी की भारी किल्लत झेलनी पड़ी।इसका प्रभाव होटलों में भी देखने को मिला है।कई होटलों में पानी ना होने के कारण होटलों के कमरे भी ख़ाली रहे। वहीं पानी की भारी किल्लत के चलते लोगों को कई किलोमीटर दूर प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी ढ़ोने पर मजबूर होना पड़ा।

72 घंटो में चुनाधारा ने बुझाई तीन हजार से अधिक लोगो की प्यास।नगर का सबसे ज्यादा आबादी वाला क्षेत्र सात नंम्बर, मल्होत्रा कम्पाउंड,चार्टन लॉज के तीन हजार से अधिक लोगो के लिए एक मात्र प्राकृतिक जल स्रोत चुनाधार पर शुक्रवार रात भर पानी के लिए लोगो की लंबी कतार लगी रही।तो वही शनिवार अवकाश होने के चलते भी सुबह से ही लोग पानी भरने के लिए लंबी कतार में अपनी बारी का इंतजार करते रहे।बता दे कि सीजन में बर्फवारी नही होने से प्राकृतिक जल स्रोत भी सूखने के कगार पर पहूंच चुके है।वही चुनाधार भी बीते कई वर्षों से लोगो की प्यास बुझाने का काम कर रहा है।अगर चुनाधारा भी पूरी तरह सूख चुका होता तो पूरे क्षेत्र में हाहाकार मच गया होता।आगे पढ़ें….

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जल संस्थान के सहायक अभियंता डीएस बिष्ट ने बताया कि लाइन टूटने की सूचना के बाद से ही जल संस्थान के कर्मचारी काम कर रहे हैं।गुरुवार रात से ही पाइपलाइन जोड़ने का काम किया जा रहा है।शनिवार दोपहर तक स्नो व्यू व बिरला वाली दो लाइनों को जोड़ दिया गया जबकि रतन कॉटेज वाली तीसरी लाइन को भी रात तक जोड़ने के बाद रविवार सुबह तक पानी की आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।

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