

नैनीताल।15 जून को बाबा नीम करौली महाराज के मंदिर कैंची धाम के स्थापना दिवस पर लगने वाले मेले की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है।इस वर्ष देश विदेश से तीन से पांच लाख श्रद्धालुओं की पंहुचने की उम्मीद की जा रही है।प्रशासन ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है।वही खुद प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए है।श्रद्धालुओं को भीमताल,हल्द्वानी भवाली से शटल के माध्यम से कैंची धाम भेज जाएगा।और पूरे क्षेत्र में दुपहिया व चार पहिया वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से वर्जित रहेगा।तो अगर आप भी बाबा के दर्शन को आ रहे है तो यातायात प्लान देखकर ही आए अन्यथा फिर आपको फजीहत उठानी पड़ सकती है।तथा यातायात नियमो का पालन कर प्रशासन का सहयोग करे।वही प्रशासन ने सुरक्षा के भी विशेष प्रबंध किए है।आगे पढ़ें क्या है बाबा के प्रिय मालपुए कि कहानी……..



श्रद्धालुओं को मिलेगा बाबा के पसंदीदा मालपुए का प्रसाद।बाबा नीम करौली महाराज को मालपुए बहुत पसंद थे।कहा जाता है कि एक बार मंदिर में मालपुए बनाए जा रहे थे। तभी घी कम पड़ गया।जब भक्तों ने ये बात बाबा को बताई तो बाबा ने कहा मंदिर के पास से गुजरने वाली शिप्रा नदी से घी के खाली कनस्तर में पानी भर कर लाने को कहा और घी की जगह उसको कड़ाई में डालने को कहा।और भक्तों ने ऐसा ही किया जैसे ही पानी कड़ाई में डाला गया तो उसने घी का आकार ले लिया।और जब घी आ गया तो बाबा ने उस घी को नदी में डालने को कहा तब से भक्तों को बाबा के प्रसाद में मालपुए दिए जाने लगे।15 जून कैंची मेले से तीन दिन पूर्व मालपुए बनने शुरू हो जाते है।


















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